लोकसभा में तीखी बहस के दौरान अमित शाह ने कांग्रेस को घेरा
गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में हुए अपने भाषण के दौरान कांग्रेस नेता और पूर्व गृहमंत्री पी. चिदंबरम पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि चिदंबरम का यह सवाल कि “क्या आतंकी पाकिस्तान से आए थे?”, यह सीधे-सीधे पाकिस्तान को बचाने की कोशिश है। उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस को यह स्पष्ट करना चाहिए कि पाकिस्तान के बचाव में बोलने से उसे आखिर क्या लाभ होता है। उन्होंने इस बयान को भारत के खिलाफ खड़ा होने जैसा करार दिया।
गृह मंत्री ने पेश किए पुख्ता सबूत, आतंकी पाकिस्तान से ही आए थे
अमित शाह ने लोकसभा में इस आतंकी हमले से जुड़े प्रमाणों को साझा करते हुए बताया कि मारे गए तीन आतंकियों में से दो के वोटर ID और जेब में पाकिस्तानी चॉकलेट तक मिले हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के पास हर तरह के सबूत हैं, जिन्हें संसद के सामने पेश किया जा सकता है। इसके अलावा, दो स्थानीय मददगारों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है, जिन्होंने आतंकियों को शरण दी थी।
22 अप्रैल को हुए हमले के बाद तुरंत की गई कार्रवाई, केंद्र सरकार ने सभी संसाधनों का किया उपयोग
गृह मंत्री ने बताया कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी। उसी दिन वह स्वयं श्रीनगर पहुंचे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले दिन कैबिनेट की सुरक्षा समिति (CCS) की बैठक बुलाई। इस बैठक में निर्णय लिया गया कि आतंकियों को उनके छिपने के ठिकानों में जाकर खत्म किया जाएगा और सिंधु जल संधि पर पुनर्विचार किया जाएगा।
गौरव गोगोई के बयान पर पलटवार, अमित शाह ने दी राहुल गांधी की मौजूदगी और पीएम की प्राथमिकता पर सफाई
कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी बिहार चले गए और राहुल गांधी पहलगाम गए। इस पर जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा कि उस समय पहलगाम की स्थिति नियंत्रण में थी और राहुल पहले से वहां मौजूद थे। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने देश पर हुए हमले को गंभीरता से लिया और जिम्मेदारी के साथ अपनी बात जनता के सामने रखी।
राजनीति नहीं, एकजुटता दिखाएं
गृह मंत्री ने अपने भाषण के अंत में विपक्ष को संदेश देते हुए कहा कि इस समय राजनीति करने का नहीं, बल्कि एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ खड़े होने का है। उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सिर्फ एक जवाबी सैन्य कार्रवाई नहीं है, बल्कि यह भारत की सुरक्षा नीति और दृढ़ संकल्प का परिचायक है। उन्होंने कांग्रेस से आग्रह किया कि वह इस पर सवाल न उठाए और सेना का समर्थन करे।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ क्या है और क्यों बन गया है भारत की सुरक्षा नीति का नया प्रतीक?
‘ऑपरेशन सिंदूर’ केंद्र सरकार द्वारा चलाया गया एक विशेष सैन्य अभियान है, जिसका उद्देश्य आतंकियों को उनके छिपने के ठिकानों में मार गिराना और उनके मददगारों को गिरफ्तार करना है। इस ऑपरेशन ने यह दिखा दिया है कि भारत अब सिर्फ प्रतिक्रिया नहीं करता, बल्कि आतंकियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करता है। यह भारत की नई सुरक्षा नीति और कड़े रुख का परिचायक बन गया है।
निष्कर्ष:
अमित शाह द्वारा लोकसभा में दिया गया बयान सिर्फ चिदंबरम पर हमला नहीं था, बल्कि यह एक कड़ा संदेश था कि भारत अब किसी भी आतंकी हरकत को बर्दाश्त नहीं करेगा। ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया को यह दिखा दिया है कि भारत अपनी सुरक्षा से किसी तरह का समझौता नहीं करेगा। विपक्ष को चाहिए कि वह देशहित में सरकार का समर्थन करे।
Disclaimer:
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