डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर सुर्खियों में हैं — और इस बार मामला सिर्फ चुनावी बयानबाज़ी नहीं, बल्कि सीधे रूस के खिलाफ आर्थिक युद्ध का है।
2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में सबसे प्रबल उम्मीदवार माने जा रहे ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर एक बड़ा अल्टीमेटम दे दिया है:
“अगर रूस 50 दिनों के अंदर युद्ध नहीं रोकता, तो उस पर 100% टैरिफ लगाया जाएगा।”
50 दिन का डेडलाइन: ट्रंप का सीधा अल्टीमेटम
ट्रंप ने साफ शब्दों में कहा है कि रूस को युद्ध रोकने के लिए सिर्फ 50 दिन दिए जाएंगे। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो अमेरिका 100% टैरिफ के ज़रिए रूस की अर्थव्यवस्था पर सीधा वार करेगा।
ट्रंप ने क्या कहा?
“If Russia doesn’t sign a peace deal, we’ll go 100% tariff. It’s simple – just do it.”
यह चेतावनी सिर्फ रूस के लिए नहीं है, बल्कि उन सभी देशों के लिए है जो रूस से तेल या अन्य वस्तुएं खरीदते हैं। इन देशों पर भी सेकेंडरी टैरिफ लगाए जाएंगे — यानी प्रत्यक्ष नहीं तो अप्रत्यक्ष प्रतिबंध तय हैं।
बयान कब और क्यों आया?
यह बयान उस समय आया जब ट्रंप ने व्हाइट हाउस में NATO के नए सेक्रेटरी जनरल मार्क रूटे से मुलाकात की। इस बैठक के दौरान रूस, यूक्रेन और यूरोप की रक्षा नीतियों पर विस्तार से चर्चा हुई।
अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लूटनिक ने इस पर कहा:
“टैरिफ और सेक्शंस दोनों ट्रंप के टूलबॉक्स में हैं। वो किसी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।”
क्या हुआ इस धमकी का असर?
- रूसी शेयर बाजारों में हल्की स्थिरता देखी गई।
- रूबल की गिरती कीमत थमी।
- निवेशकों को 50 दिन की मोहलत एक अवसर की तरह लगी।
रूस को अल्पकालिक राहत जरूर मिली, लेकिन संकट टला नहीं।
अमेरिका की रणनीति में बड़ा बदलाव
अब तक अमेरिका ने रूस पर कई प्रतिबंध लगाए थे, लेकिन उसने तेल के व्यापार पर सीधा प्रतिबंध नहीं लगाया था। रूस अब भी भारत और चीन जैसे देशों को तेल बेचकर अरबों डॉलर कमा रहा है।
अगर ट्रंप का ये अल्टीमेटम लागू हुआ, तो यह वेस्टर्न अलायंस की पूरी नीति को झकझोर सकता है।
यूक्रेन को मिलेगा अमेरिका से नया रक्षा सहयोग
- अमेरिका देगा Patriot एयर डिफेंस सिस्टम
- टॉप-क्लास हथियारों का निर्माण अमेरिका करेगा
- खर्च उठाएंगे NATO देश
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने इस पहल का स्वागत किया और कहा:
“यह न्यायपूर्ण और स्थाई शांति की दिशा में एक मजबूत कदम है।”
क्या यह धमकी रूस को झुका पाएगी?
- क्या ट्रंप की आर्थिक धमकी रूस को यूक्रेन युद्ध रोकने पर मजबूर कर सकती है?
- क्या इससे दुनिया एक और ग्लोबल इकोनॉमिक शॉक की ओर बढ़ेगी?
- क्या ट्रंप 2025 से पहले ही अमेरिका की फॉरेन पॉलिसी को रीशेप कर रहे हैं?
निष्कर्ष: राजनीति, अर्थव्यवस्था और कूटनीति का विस्फोटक मिश्रण
ट्रंप का यह 50 दिन का अल्टीमेटम वैश्विक कूटनीति में एक बड़ा मोड़ साबित हो सकता है। जहां एक ओर अमेरिका और NATO युद्ध को खत्म करना चाहते हैं, वहीं दूसरी ओर रूस अब भी ऊर्जा निर्यात से अरबों की कमाई कर रहा है।
अगर ट्रंप की धमकी असल में लागू हुई, तो न केवल रूस बल्कि उससे जुड़े कई देशों की अर्थव्यवस्था भी प्रभावित हो सकती है।
आपकी राय?
👇 कमेंट करके बताइए:
- क्या ट्रंप वाकई रूस को झुकाने में कामयाब हो पाएंगे?
- और क्या दुनिया को एक और आर्थिक तूफान का सामना करना पड़ेगा?
पोस्ट को शेयर करें और जुड़ें हमारी जियोपॉलिटिक्स अपडेट्स की सीधी कवरेज से।